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Showing posts from April, 2015

Zamane me Is Karwahat ko kam kar

Jo mila hai Ab Diwane usme Tasali Rakh, Dekh Yaha asmaan ko ek kadam jamin ahsil Nai...!!! ................................................. Zamane me Is Karwahat ko kam kar Ae diwane tu mohbat ke paigaam diye ja, Badta Ja tu safar me ek sahuk se, Apne Hauslo ko ek Raha .ajnaam diye ja, Zindgi ko ek Hasin adaaz me ji le, Haseen palo ko sajakar, aur ek Naam diye ja, Kad Hai ek Haseen Mohbat Is dil me, Vo badegi badti rahegi jo Chahe Ilzaam diye Ja!!!! P@W@N

कुछ चाहते अब हे जो अपनी उतार दी जाए..

कुछ चाहते अब हे जो अपनी उतार दी जाए, यू ज़िदगी दिल के ईशारो पर ना गुजार दी जाये ................................................. .... हसरते रास्ते नयी नयी मजिले, अब ज़िदगी मुकम्मल सवार दी जाये, कब तल्क इन जुल्मो मे उल्झे, सरल होकर बेकरारी उभार दी जाए , व्क्त के इस पड़ाव पर खुद को समझे, कुछ काबिलीयत अपनी निखार दी जाये, "पवन" के इशारो के साथ एक सफर हो, एक दीशा नयी राह की पतवार दी जाये p@W@n

इतना आसान होकर मत जी तेरे हक की सरजमी ना रहे!!!!!1

इतना आसान होकर मत जी तेरे हक की सरजमी ना रहे शोक से जी अपनी ये ज़िदगी ,कुछ खो जाने से कभी थमी ना रहे!!!! ................................................... हर अरमान ये सारा आसमान तेरा, जी एसे की बस होस्लो मे कमी ना रहे मुस्कुरा ले तू भी किसी की मुस्कुराट पर, तेरे होने से किसी की आखो मे नमी ना रहे उड़ लेकर अपने ख्वाहिशो को साथ, भूल मत तेरे वजुद की मिट्टी ये जमी ना रहे ज़िदगी ये हार ओर जीत का खेल हे, सिख ,ज़िदगी से शीकायत कोई गल्तफहमी ना रहे व्क्त बहूत थोडा हे ज़िदगी का ये, मुक्कम्ल होकर जी ले क्ल हमी ना रहे या तुमी ना रहे p@W@n

सुना हे शहर मे इश्क बेवफा होने ल्गा हे!!!

सुना हे शहर मे इश्क बेवफा होने ल्गा हे, तुमने आजमाया अपने इस इश्क को .....! ................................................... बात शुरू होकर इश्क की खत्म ना हूई, जब तक ये बेकरारी एक सितम ना हूई, गुमान था खुद रास्ते बदएल जाएगे, पर मजिले इधर उधर भी एक कदम ना हुई, शहर मे वही चरचे हे आज भी, हुस्न की बेवफ़ाई तो आजतक कम ना हूई, खुद मे जीने की कोशीश थी मेरी, मत पछू कितनी हार मेरी हरदम ना हूई !!!! p@W@n

एक शायर का दिल बदलता जरुर हे.........!!!

वेसे तो ये दिल तेरी हर आहट रखता हे, पर ये कुछ नही बस सुकुन की चाहत रखता हे!!!!!!!! ................................................. .... सब कहते हे हम बडे हो गये, पर दिल वही नादानी वही शरारत रखता हे, बदलते वक्त के इस दोर मे ये, बेपनहा मोहब्बत तो थोड़ी करवाहट रखता हे, मुकमल हो की खुदारी से जी सके, ये दिल रब से हर पल यही राहत रखता हे, एक शायर का दिल बदलता जरुर हे, पर ये खुद मे एक सच एक शराफत रख्ता हे P@w@N

खुद से सवारी ज़िदगी को यू ना बिखरने देगे!!!!

खुद से सवारी ज़िदगी को यू ना बिखरने देगे, दिल को इस कदर भी बेबसी पर ना उतरने देगे...... .................................................   .......... मूशिक्ल हे अपना सफर ज़िदगी का, पर चलेगे चाहे ये रास्ते कभी सभलने ना देगे यादो का हर किस्सा भूलाकर चलेगे, इस दिल मे कोई दर्द यू भी उभरने ना देगे, कहानिया पढी हे आज के मोहब्बत की, यकीन मानो यू खुद का कत्ल करने ना देगे लेकर ना जाये हमे एक मुकाम पर, इस दिल की धडकन को तब तक मरने ना देगे!!! p@w@n

asaan nai hai raha itna janta hu!!

Khuda ,Ishq sirf ek julm hai sabit na yaha kar, pal-2 yu dil tarse aise bhi na ise tabaah kar!!! ....................................................................... .............................................. asaan nai hai raha itna janta hu, ji sake itna to saral ab ye jaha kar, samjta tu hai meri har nadaniya, par naadan tu na bankar raha kar Galatfamiyo se koi rista nai chalta, par khomsh tu kyu, kuch to kaha kar, Bekhabar zamana itna sikhlata hai roz, khamosh rahakar ae dil sab tu saha kar!!!

Hardam Mohbat ko Sahayri me Farmaya gaya........!!

Hardam Mohbat ko Sahayri me Farmaya gaya, Par sochta hu likhkar kya ajtak paya gaya, Jo Bewafa kal the vo to Bewafa aj bhi rahege, Itni se baat par dil ko na abtak samjaya gaya, Is Ishq me jurmana bhara  hai  humne har pal, paya nai kuch ,jo tha Sukoon vo bhi gawaya gaya, ek Zamana tha Jo pal pal sukkon chinta gaya, Pucho mat naam tera aur hume kaise azmaya gaya, kisse do pal ke kirdaar lekar mera adhuri kahani bane dekho humko phir bhi Kabhi na ashqo ko chere me laya gaya!!! p@W@n

चलते- चलते मिसाले आती जायेगी....!

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चलते- चलते मिसाले आती जायेगी, बुझकर फिर जलती मशाले आती जायेगी, गुरुर ना कर अपने इस वक्त पर, ये रोशनी कभी तेरे कभी मेंरे हवाले आती जायेगी, हूनर तो सीख ले जीने का अब, ये यादे कभी आसू बनकर ख्याल आती जायेगी, अब जीने का होसला मत खो, हर बार मुडकर हवाओ की चाल आती जायेगी, जीना सीख उलझ मत जिदगी में, वरना हर रात बनकर सवाल आती जायेगी p@W@n

ह्म इस इश्क को इसी मोड पर अजाम दे

ह्म इस इश्क को इसी मोड पर अजाम दे, तुझे बेवफा कहे तुझे बेवफा का नाम दे!!!!!! ................................................. ............. तेरी खामोशी को इश्क अक्सर समझा गया, दिल कहता हे ना ह्म अब इश्क के पेगाम दे, कुछ पल खुद के लिए भी जिए, यू भी किसी के लिए अपनी हसरते तमाम दे, दिल खाली होगा तो तडपना लाजमी हे, ना मिले वकत कुछ इसे भी ऐसा काम दे, खुद के कातिल हम खुद ही निकले, ऐसा कहकर ना ह्म खुद को बार -2 इल्ज़ाम दे p@W@n

फ़ूल बन हमेशा खिलके रह,

फ़ूल बन हमेशा खिलके रह, चल साथ सबके मिलके रह, ...................................... मूशिक्ल हे आज कल वक्त बदलेगा सिख कल से बस थोड़ा सभलके रह, खुद को बेकीमत भी मत लूटा, इतना तो अब यहा बदलके रह, कल तेरे मुकम्मल वक्त आएगा, ब्स इस मूशिक्ल से निकलके रह, ज़िदगी नही तेरी जीत होगी, तू बस हर पग कदम चलके रह..........!!!! p@W@n